हेल्लो फ्रेंड्स आज इस पोस्ट में जानेंगे बॉलीवुड में सबसे ज़्यादा प्रयोग होने वाला एडिटिंग सॉफ्टवेयर के बारे में। अगर आप भी एडिटिंग में इंटरेस्टेड हो तो ये पोस्ट आपके लिए काफ़ी हेल्पफुल साबित हो सकता हैं। आज जिस सॉफ्टवेयर का बात करेंगे वो केवल बॉलीवुड ही नही और भी बड़े शहरों में जहाँ प्रोफेशनल एडिटिंग होती हैं वहाँ प्रयोग किया जाता हैं। तो आइए जानते हैं उस सॉफ्टवेयर के बारे में।
किसी भी प्रॉजेक्ट चाहे वो फ़िल्म हो, सीरियल हो या फ़िर वेबसेरीज़ शूटिंग के बाद उसका एडिटिंग किया जाता हैं। बिना एडिट के वो देखने लायक नही होता हैं। क्योंकि शूटिंग में गलतियां होती हैं उसको हम एडिटिंग में काट कर हटा देते हैं। जो सही शॉर्ट्स होता हैं उसको हम एक साथ जोड़ते हैं जो एक सीक्वेंस बनाता हैं और उसके बाद वो देखने लायक होता हैं ।
एडिटिंग का मतलब होता हैं संपादन । इसको अगर आसान भाषा में बात करें तो काटना होता हैं। यानी को एक सीन क्रिएट करने के लिए गए शॉर्ट्स में से अच्छे शॉर्ट्स को जोड़कर एक प्रॉपर सीन क्रिएट किया जाता हैं जो बिना एडिटिंग के संभव नही हैं।
प्रोफेशनल और सबसे ज़्यादा प्रयोग होने वाला एडिटिंग सॉफ्टवेयर
अगर हम प्रोफेशनल सॉफ्टवेयर की बात करें तो उसका नाम हैं Final Cut Pro ( FCP ) जिसे शॉर्टकट में Fcp कहा जाता हैं। ये एक पूरे वर्ल्ड में प्रयोग किया जाने वाला एडिटिंग सॉफ्टवेयर हैं जिसमें बहुत अडवांस्ड टूल्स दिया गया हैं। ये पूरी तरह प्रोफेशनल हैं और यूजर फ्रेंडली भी हैं। इसमें भी दो तरह का FCP होता हैं FCP 7
और FCP X
FCP 7 और FCP X
अगर बात करें बॉलीवुड की तो बॉलीवुड में छोटे से बड़े जितने भी स्टूडियों हैं जहाँ पोस्ट प्रोडक्शन का काम होता हैं वहाँ हर जगह FCP ही प्रयोग किया जाता हैं। क्योंकि मार्केट में सबसे ज़्यादा FCP के ही एडिटर मौज़ूद हैं। इस सॉफ्टवेयर पर आप फ़िल्म से लेकर वेब सिरीज़, सीरियल , म्यूजिक वीडियो, डॉक्यूमेंट्री कुछ भी बहुत ही आसानी से एडिट कर सकते हैं। इसका interface भी बहुत आसान हैं जिसे आसानी से 15 दिनों के अंदर सीखा जा सकता हैं। अगर आप सीखना चाहते हो तो हमारा पर्सनल क्लास चलता हैं जहाँ सोलो आपको सिखाया जाता हैं तो आप कमेंट कर सकते हो और अपना नंबर दे सकते हो। या फिर इंस्टाग्राम पे भी कांटेक्ट कर सकते हो।
FCP 7 और FCP X में क्या अंतर हैं
हालांकि दोनों एप्पल बेस्ड सॉफ्टवेयर हैं दोनो लगभग एक जैसा ही हैं लेक़िन दोनों का interface में काफ़ी फर्क हैं जहाँ 7 में टाइम टेकिंग प्रोसेस हैं वही X में आप टाइम को सेव कर सकते हो। जैसे-
7 में एडिट करने के ये फुटेज ( शूटिंग मटेरियल) आपको पहले कन्वर्ट करने की ज़रूरत होती हैं वही X में आप डायरेक्ट 4k फुटेज को भी एडिट कर सकते हो। इसके अलावा कोई इफेक्ट्स क्रिएट करने के लिए 7 में मैन्युअली करना पड़ता हैं बहुत सारे इफ़ेक्ट को तो वही दूसरी तरफ़ X में बहुत सारा प्लगइन दिया गया हैं जिसकी मदद से आप आसानी से कोई भी इफेक्ट्स क्रिएट कर सकते हो।
7 में सबसे ज़्यादा समय रेंडर और फुटेज को कन्वर्ट करने में लगता हैं वही X में आपको ये दोनों चीज़े नही करनी पड़ती हैं। हा अगर आपके पास स्पेस कम हैं आपके हार्ड डिस्क में तो आप low Resolution में कन्वर्ट कर के भी एडिट कर सकते हो X में।
FCP X की सबसे ख़ासियत ये हैं कि इसमें आपको बार बार save करने की ज़रुरत नही होती हैं ये automatic सेव होता रहता हैं। मान लो आप एडिट कर रहे हो और आपका लाइट चली जाती हैं तो आपको चिंता करने की ज़रूरत नही हैं। क्योंकि लाइट जाने से पहले तक जितना काम किया हैं वो सब save मिलेगा आपको। वही 7 में आपको बार बार सेव करना पड़ता हैं।
FCP खर्चीला क्यू हैं
वैसे तो बहुत सारे सॉफ्टवेयर हैं जिससे आप एडिट कर सकते हो, यहाँ तक की आप मोबाइल पर भी एडिट कर सकते हो छोटे प्रोजेक्ट को। लेक़िन FCP Apple कंपनी की हैं इस लिए ये आपको नॉर्मल PC पर नही चलता हैं इसके लिए आपके पास एप्पल का ही सिस्टम होना ज़रूरी हैं तभी आप इसे ऑपरेट कर सकते हो। बाकी प्रीमियर प्रो जैसी और भी बहुत सारा सॉफ्टवेयर हैं जो Window Based हैं जो आसानी से आप अपने कम्प्यूटर पे इनस्टॉल करके काम कर सकते हों।
क्योंकि एप्पल का मशीन महंगी होती हैं इसलिए इसे खर्चीला बताया जाता हैं। जबकि विंडो बेस्ड सिस्टम सस्ता होता हैं। आप अपने लैपटॉप पे भी इनस्टॉल करके काम कर सकते हो। वैसे अगर आप FCP लगाना चाहते हो तो आपको काम से कम 100000 में आप IMAC ले सकते हो जिसपर आप सारा काम कर सकते हो।
वही दूसरी ओर प्रीमियर प्रो आप लैपटॉप या फिर निर्मल डेस्कटॉप पे भी इनस्टॉल करके एडिट कर सकते हो । बस आपके पास कम से कम 4 GB रैम होना चाहिए। ज़्यादा हो तो और अच्छी बात हैं।
Hakintos Crack Version of FCP
हमारे देश मे हर एक चीज़ का काट हैं अगर आपके पास बजट नही हैं और आप FCP लेना चाहते हो तो उसका भी इंतजाम हैं Hakintos
वाकई में हाकिंटोस एक क्रैक वर्ज़न हैं जिसमें नॉर्मल कंप्यूटर में मदर बोर्ड, रैम, processor जो FCP के लिए compitable होता हैं उसको एक साथ assemble कर के बनाया जाता हैं और उसपे आप बहुत ही आसानी से FCP यानी कि एप्पल के सारे सॉफ्टवेयर रन कर सकते हो। हालांकि ये सही नही हैं लेक़िन अभी मार्किट में बहुत जगह ये प्रयोग किया जाता हैं। इसका सबसे ख़ास बात ये हैं कि जहाँ एप्पल का मशीन चलाने के लिए AC ज़रूरत होती हैं वही Hakintos के लिए फैन पे भी चलाया जा सकता हैं।
निष्कर्ष
वैसे आप किसी भी सॉफ्टवेयर से एडिटिंग कर सकते हो, ये आपके क्रिएटिविटी पर निर्भर करता हैं लेक़िन अगर आप प्रोफेशनल एडिटर बनाना चाहते हो तो आपको FCP को ऑपरेट करने आना चाहिए तभी आप बॉलीवुड में एक एडिटर के रूप में काम करके महीने का लाखों रुपये तक कमा सकते हो।
एक एडिटर महीने का 15000 से लेकर लाखों earn कर सकता हैं ये डिपेंड करता हैं कि आपके पास कितना अच्छा स्किल हैं। जितना अच्छा स्किल होगा उतना ज्यादा पैसा आप एडिटिंग से earn कर सकते हो।
उम्मीद करता हु इस पोस्ट से आपको काफ़ी हेल्प होगा खासकर उनलोगों को जो एडिटर बनाना चाहते हैं। पोस्ट से संबंधित कोई सवाल या सुझाव हो तो कमेंन्ट ज़रूर करें। साथ ही आप हमारे youtube चैनल Bollywood Help Center को भी Subscribe कर सकते हो जहाँ ऐसे ही हेल्पफुल वीडियो मैं अपलोड करता हु।