मैं लड़ेगा मूवी रिव्यु। सत्य सामाजिक घटनाओं पर आधारित बेहतरीन फ़िल्म

ravi

गौरव राणा के द्वारा निर्देशित फिल्म मैं लड़ेगा एक बेहतरीन सत्य सामजिक घटनाओ पर आधारित फ़िल्म हैं जिसे दर्शकों तक द्वारा पसंद किया जा रहा हैं और अच्छी रेटिंग भी दिया जा रहा हैं। ये फ़िल्म हमारे समाज में व्याप्त कुरीतियों पर आधारित हैं जिसे अगर आप देखेंगे तो कही न कही आप ख़ुद को भी रिलेट कर पाएंगे।

मैं लड़ेगा की कहानी

फ़िल्म की कहानी की बात  करें तो गौरव राणा ने पूरी  कोशिश की हैं एक बेहतरीन सामाजिक घटना को रुपहले पर्दे पर दिखाने की। फ़िल्म में आकाश प्रताप सिंह जो फ़िल्म के हीरो भी हैं पढ़ाई लिखाई में काफ़ी अच्छा हैं। लेक़िन वो अपने पिता के द्वारा अपनी माँ को प्रताड़ित करते हुए देखता है जिसके कारण वो काफ़ी दुखी भी रहता हैं। उसका एक छोटा भाई भी हैं।

इस रोज रोज के हिंसा के कारण आकाश के नाना और उसकी माँ आकाश को मिलिट्री स्कूल भेज देते हैं जहाँ आकाश अपने आप को नए सिरे से समझना शुरू करता हैं।

आकाश एक लाख रुपये के लिए बॉक्सिंग चैम्पियनशिप जितना चाहता हैं ताकि वो अपना और अपने भाई की फीस भर सके। हालाँकि आकाश एक बहुत ही दुबला पतला और डरपोक किस्म का लड़का हैं फिऱ भी वो इस बॉक्सिंग मैच को जितना चाहता हैं ताकि वो अपनी माँ को भी खुशी और प्राउड फील करना चाहता हैं साथ ही जीते हुए इनाम राशि से अपना और भाई का फ़ीस भर सके।

इस दुर्लभ काम में होस्टल के दूसरे बॉक्सर गुरनाम उसके दोस्त और उसे प्रेम करने वाली गौरी उसका भरपूर साथ देती हैं। हालांकि सबको पता हैं कि ये मिशन इतना आसान नही होता हैं।

Official Trailer

फ़िल्म समीक्षा

डायरेक्टर गौरव राणा ने पूरी कोशिश  की हैं एक अच्छी साफ़ सुथरी और लीक से हटकर फ़िल्म बनाने की। फ़िल्म पूरी तरह एक प्रेरणादायक फ़िल्म हैं जिसमें दिखाया गया हैं कि किस तरह असंभव को संभव बनाया जाता हैं।

दो घंटे अट्ठाइस मिनट की ये फ़िल्म आपको सोचने पर मजबूर कर देगी। हा फ़िल्म की लंबाई थोड़ी और कम हो सकती थी ।फ़िल्म में इमोशन एक्शन और हर पहलू को बैलेंस रखा गया हैं।

फ़िल्म का एक डायलॉग – ” लाइफ आपको जब भी नॉकआउट करके नीचे गिरा दे ना, तो आपको गिरे नहीं रहना हैं आपको फ़िर से उठना हैं और लड़ना हैं” काफ़ी इम्प्रेस करती हैं जीवन में हालातों से लड़ने के लिए।

टेक्निकल पक्ष

फ़िल्म का संगीत बहुत ही सराहनीय हैं जो पूरी तरह सिंक हैं लकी यादव का सिनेमाटोग्राफी काफ़ी शानदार हैं। बैकग्राउण्ड म्यूजिक की बात करें तो काबिले तारीफ़ हैं। आकाश प्रताप सिंह की अभिनय में काफ़ी गहराई हैं हर इमोशन को बेहतरीन तरीक़े से जिया हैं। बाकी और सारे कैरेक्टर्स भी शानदार काम किया हैं।

इस फ़िल्म को क्रिटिक्स और दर्शको दोनों ने 3 की रेटिंग दिया हैं।बॉक्सऑफिस पर  सुस्ती के इस दौर में ये फ़िल्म उम्मीद की एक किरण प्रतीत होती दिख रही हैं। आपकी क्या राय हैं कृपया कमेंट ज़रूर करें।

Share This Article
Leave a comment