Image Source – Instagram
ये आज़ादी हमारे लिए दिया गया था ताकि किसी को कोई दबा न सकें। ये हमें समानता का एहसास कराता है। लेकिन इस अधिकार का हिंदुस्तान में जिस तरह से लिया जा रहा है उसका दुरूपयोग हो रहा है उससे तो यही लगता है कि अब समय आ गया है कि इस आर्टिकल को संशोधित करने की अतिआवश्यक हो है।
आर्टिकल 19 जो हमे अपने अधिकार के लिए आवाज़ उठाने की आज़ादी देता है लेकिन आज के हिंदुस्तान में इसका उपयोग लोग एक दूसरे को भड़काने में करते है। देश की एकता को बाधित करने के लिए करते है।
आपको याद होगा ” भारत तेरे टुकड़े होंगे”
क्या एक देश का संविधान इस तरह की आज़ादी देता है अगर नही तो आखिर क्यों इस तरह के लोगो को सरकार फ्री घूमने दे रही है।
आज़ादी है लेकिन आपके अधिकार की बात करने के लिए। गलत नीतियों के खिलाफ बोलने के लिए। न कि देश मे द्रोह पैदा करने के लिए। किसी के पर्सनल लाइफ में interfare करने के लिए। किसी धर्म के खिलाफ बोलने के लिए।
अभी हाल में ही एक मुस्लिम लेडी ने जिस तरह से हिन्दू धर्म के खिलाफ अनाप शनाप बातें की आपको याद होगा। यह कहां तक जायज है उसके बाद जिस तरीके से पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया है। आपको शायद यह पूरा प्रकरण याद होगा,
हिंदुस्तान में एक नया ट्रेंड चल गया है कि आप किसी धर्म के ख़िलाफ़ या कुछ ऐसा बोलो जिससे आप पब्लिक फिगर बन जाएं। आपको मीडिया फॉलो करें । और हमारी मीडिया का इसमें बहुत अहम योगदान है। आपने कुछ उल्टा बोला और वो अपना TRP बढ़ाने के चक्कर मे आपको DBATE के लिए अपने चैनल पे बुलाते है और अपने आप को सेलेब्रिटी समझने लगते है।
और सबसे बड़ी ताजुब की बात है कि इस तरह की हरकत केवल हमारे चुने हुए नेता, हमारे बांये हुए सेलेब्रिटी, हमारे धर्म के ठेकेदार और कुछ संस्था और वहाँ पढ़ने वाले विद्यार्थी ही करते है।
लेकिन सरकार केवल दिखावा करती है करवाई करने का। इसके लिए ऐसी सज़ा होनी चाहिए ताकि दुबारा किसी को इस तरह बोलने से पहले उसकी रूह कांप जाए।
लेकिन क्या कीजियेगा साहब ये हिंदुस्तान है। यहाँ सबकुछ जायज़ है अगर आप नेता हो, अभिनेता हो, या किसी पार्टी के हो तो सब चलता है।
इसी कड़ी में एक प्रकरण आपके सामने है जिसमे शिवसेना के नेता संजय राउत के द्वारा कंगना को “हरामखोर लड़की” कहके संबोधित किया गया है उसके बाद से कई लोगों ने इसपे अपनी असहमति जताई है।
कंगना के उस बयान के बाद से जिसमे उन्होने कहा था की मुम्बई मुझे POK की तरह लग रहा है। तबसे वो शिवसेना के निशाने पे है। और रोज रोज एक दूसरे पे पलटवार कर रहे है। और अब कंगना ने कहा है कि ये पूरे नारी समाज एक अपमान है। आज कहाँ है वे लोग जो असहिष्णुता की बात करते थे।
आमिर खान को इस देश मे डर लग रहा था , नसीरुद्दीन शाह को इस देश मे अपने बच्चों का भविष्य ख़तरे में नज़र आ रहा था तब तो किसी ने कोई आवाज़ नही उठायी।
आज वही अमीर खान उस देश के प्रथम महिला के साथ अपनी तस्वीर निकलवाते है जो देश हिंदुस्तान के खिलाफ बात करता है तब शिवसेना क्यों नही कुछ करती है ये सब लोग तो मुम्बई में ही रहते है।
केवल कँगना के ख़िलाफ़ ही क्यों इस तरह का बर्ताव किया जा रहा है। क्यों उसे मुम्बई न आने की धमकी दी जा रही है। क्या यही है शिवसेना का हिंदूवादी विचारधारा। इसपर शिव सेना को विचार करने की ज़रूरत है।
क्या आप इस पोस्ट से सहमत है या नही। आप अपना कमेंट ज़रूर लिखें। और ये जो देश मे चल रहा है उसके ख़िलाफ़ अपनी बात जरूर रखें देश हित को ध्यान रखते हुए।।
अगर आपको हमारा ये पोस्ट अच्छा लगा हो तो कृपया फॉलो कीजिये और बॉलीवुड से संबंधित और अप्डेट्स के लिए आप हमारे YouTube चैनल Bollywood Help Center को subscribe कर सकते है। जहाँ नए लोगो के लिए career से Related जानकारी video के रूप में आप देख सकते हो और उसका फ़ायदा उठा सकते है।
आप हमें नीचे दिए हुए सोशल प्लेटफार्म पर भी कांटेक्ट कर सकते है।