मेरे हसबैंड की बीबी – मूवी रिव्यु

ravi

आज इस पोस्ट में बात करने वाले हैं कल यानि कि 21 फरवरी को रिलीज़ हुई फ़िल्म ” मेरे हसबैंड की बीवी” के बारे में, ये एक पति और पत्नी के रिश्तों पर आधारित फ़िल्म हैं जिसमें अर्जुन कापूर, भूमि पेडनेकर और रकुल प्रीत सिंह मुख्य भूमिका में हैं।

फ़िल्म की कहानी

ये कहानी हैं अंकुर ( अर्जुन कपूर ) की जिसका अपनी पत्नी  प्रभलीन कौर ( भूमि पेडनेकर) से तलाक़ हो गया हैं तलाक़ के बाबाज़ूद अभी भी उसके ऊपर अपनी बीबी का हैंगओवर हैं उसको बार बार अपनी पत्नी के डरावने सपने आते हैं और उसकी पत्नी उसको प्रताड़ित करती हैं जिसके कारण वो दुबारा प्यार और शादी करने से डरता हैं

ट्रेलर

उसका दोस्त रेहान ( हर्ष गुजराल ) हमेशा कोशिश करता हैं कि अंकुर दूसरी लड़की को पसंद करें और प्यार करें लेक़िन अंकुर इतना डरा हुआ हैं कि वो कभी भी हिम्मत नही कर पाता हैं किसी लड़की को देखने की। एक दिन अचानक उसके सामने उसके कॉलेज की क्रश रही अंतरा खन्ना ( रकुल प्रीत सिंह) आ जाती हैं उसको देखते ही अर्जुन के दिल का ताड़ बजता हैं।

अंकुर का दोस्त भी हर तरह से कोशिश करता हैं कि अंकुर और अन्तरा का प्यार परवान चढ़े और ऐसा होता भी हैं अर्जुन अन्तरा को अपने पयार का इज़हार करता हैं लेक़िन एक बार फ़िर प्रभलीन उसके जीवन में आंधी तूफ़ान की तरह प्रवेश करती हैं। वही प्रभलिन एक घटना के कारण अपने पांच साल तक के यादाश्त को खो चुकी हैं लेक़िन उसे अपने और अंकुर के प्यार के बारे में सबकुछ याद हैं लेक़िन उसे ये याद नही हैं कि दोनों में अनबन के कारण डिवोर्स हो चुका हैं।

वही डॉक्टर के सलाह के कारण अंकुर अपने पास्ट के बारे में बहुत कुछ प्रभलिन से नही बता सकता,दूसरी ओर अन्तरा और अंकुर अपने नए जीवन को शुरू करने के सपने दखते हैं लेक़िन प्रभलिन और अंतरा दोनों अंकुर को पाने की कोशिश करती हैं और इसके लिए कुछ भी करने को तैयार रहती हैं।

मेरे हसबैंड की बीवी रिव्यु

मुदस्सर अज़ीज़ के द्वारा निर्देशित  ये फ़िल्म अपनी कमज़ोर कहानी, के कारण लोगों को लोगों को रास नही आ रही हैं इससे पहले डायरेक्टर में ” हैप्पी भाग जाएगी” और “पति पत्नी और वो” जैसी गुदगुदाने वाली फ़िल्म दे चुके हैं लेक़िन इस बार वो चूक गए हैं। फ़िल्म की शुरुआत अच्छी होती हैं लेक़िन जैसे जैसे फ़िल्म आगे बढ़ती हैं ये प्रेडिक्टेबल हो जाती हैं।

हीरो को पाने के लिए दोनों लड़कियां जो पैतरे चलती हैं वो हम कई बार देख चुके हैं हालांकि अपनी इस फ़िल्म से निर्देशक ने शादी और कंपेनियनशिप पर एक मैसेज़ देने की पुरज़ोर कोशिश की हैं।

एक्टिंग की बात करें तो अर्जुन कपूर ने अंकुर की भूमिका को अच्छी तरह से निभाया हैं भूमि पेडनेकर एक पंजाबी की भूमिका में अच्छी लगी हैं वही रकुल प्रीत सिंह ने भी अच्छा काम किया हैं और सुंदर दिखी हैं। वही संगीत की बात करें तो चन्ना तू बेमिसाल और रब्बा मेरे अच्छा बन पड़ा हैं।

इन्हें भी पढ़ें –

ड्रैगन से ब्रह्मास्त्र तक का सफ़र, आख़िर क्यों फ़िल्म का नाम बदलना पड़ा

Share This Article
Leave a comment