बॉलीवुड में काम पाने का सबसे आसान तरीक़ा- बस एक काम करो

ravi

आज की युवा पीढ़ी को बॉलीवुड में आने का बहुत क्रेज़ हैं हर 10 में से दो लोग बॉलीवुड में आना चाहता हैं । इसका सबसे बड़ा कारण हैं कि यहाँ शोहरत और दौलत दोनों मिलती हैं बस एक बार आप अगर सफ़ल हो जाते हो।

आज इस पोस्ट में बात करेंगे आ किस तरह बॉलीवुड में काम पा सकते हो। हर रोज आज गांव गांव से लड़के लड़कियां मुम्बई की तरफ़ रुख कर रहे हैं क्योंकि मुम्बई जहाँ बॉलीवुड स्थापित हैं यहाँ आनेवाले हर शख्स का अपना सपना होता हैं

वैसे भी मुम्बई को सपनों का नगरी भी कहा जाता हैं। आने के लिए लोग यहाँ आ तो जाते हैं लेक़िन सफ़ल प्रत्येक 100 लोगों में एक से 2 लोग ही बड़ी सफ़लता को हासिल कर पाते हैं।

बॉलीवुड में सफ़ल होने के तऱीके

यहाँ अगर आप भी बड़ी सफ़लता चाहते हो तो आपको कुछ अलग तऱीके से उसी काम को करना होगा तभी आप उस सफ़लता को पा सकते हो, क्योंकि आज कॉम्पिटिशन बहुत ज़्यादा हैं चाहे फील्ड कोई भी हो।

आज के ज़माने में सफ़ल वही होते हैं किसी भी फील्ड में जो कुछ हटके कुछ अलग करते हैं अन्यथा आप उस सफ़लता का स्वाद नही चख सकते हो। यहाँ कुछ टिप्स और तऱीके बताने जा रहा हु जिसे अपनाकर आप भी सफ़ल हो सकते हो, लेक़िन शर्त हैं आप नीचे दिए हुए तऱीके को पूरी निष्ठा के साथ करते हो।

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01. हमेशा बड़े सपने देखना

अगर आप बड़ी सफ़लता चाहते हो तो आपको बडे सपने भी देखने होंगे। पूर्व राष्ट्रपति ऐ पी जे अब्दुल कलाम ने कहा था कि छोटे सपने देखना एक तरह का पाप हैं। मतलब ये हैं कि आप जो भी करना चाहते हो उसमें टॉप पर जाने की चाहत रखना।

क्योंकि जबतक आप इस तरह नही सोचेंगे तबतक ये संभव नही हैं मान लो आप एक एक्टर या सिंगर या फ़िर एडिटर बनना चाहते हो, तो आप सोते जागते ये सोचो कि मैं टॉप का एक्टर, सिंगर या फ़िर एडिटर बनूँगा।

अन्यथा बहुत सारे एक्टर हैं जो काम भी करते हैं लेक़िन न तो उन्हें कोई जानता हैं और न ही आज उनकी आर्थिक स्थिति ही अच्छी हैं तो क्या आप वैसा बनाना चाहोगे। कहा जाता हैं जहाँ तक आप सोच सकते हैं वहाँ तक आप पहुँच भी सकते हैं इसलिए हमेशा सोच बड़ी रखें।

02.अपने काम से ईमानदारी

जब भी आप कोई बड़ा सपना देखते हो तो सबसे पहली शर्त ये होती हैं इसे पूरा करने की आप अपने काम को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से करेंगे तभी आप कोई भी बड़ी अचीवमेंट को प्राप्त कर सकते हो।

अगर हम बात करें बॉलीवुड की तो यहाँ हर रोज लड़के और लड़कियां आती हैं हीरो और हीरोइन बनने के लिए, लेक़िन कुछ ही दिनों में नए नए दोस्त बनते हैं फ़िर दोस्त से बॉयफ्रेंड और गर्लफ्रैंड का सिलसिला शुरू होता हैं।

उसके बाद अपने ज़रूरी काम और करियर से ज़्यादा उसमें टाइम बिताते हैं तो कैसे आप उस सफ़लता की उम्मीद कर सकते हो।

03.कोई भी एक एक्स्ट्रा टैलेंट

यहाँ बॉलीवुड में ज़्यादातर ऐसे परिवार से लड़के लड़कियाँ आते हैं जो मिडिल क्लास फ़ैमिली से तालुक रखते हैं, ऐसे लोगों को यहाँ सबसे ज़्यादा परेशानी होती हैं क्योंकि यहाँ आते ही किसी को काम नही मिलता हैं

यहाँ काफ़ी स्ट्रगल करने के बाद ही काम मिल पाता हैं और इस दौरान यहाँ रहने के लिए आपको पैसो की ज़रूरत होती हैं। जो लोग मिडिल क्लास से हैं उनको फ़िर यहाँ अपने लाइन से अलग काम करना पड़ता हैं

अब अगर आप दूसरा काम करते हो तो फ़िर आप प्रॉपर तरीके से अपने करियर को आप करने आये हो वो आप नही कर पाते हो। जिसके कारण बहुत सारे लोग यहाँ असफ़ल हो जाते हैं। लेक़िन अगर आपके पास कोई भी एक एक्स्ट्रा हुनर हैं तो आप आसानी से पार्ट टाइम काम करके यहाँ सर्वाइव कर सकते हो।

04. अपना फ़ोकस क्लियर रखना

अगर आप बॉलीवुड में वाकई कुछ बनाना चाहते हो, कुछ मुक़ाम हासिल करना चाहते हो तो आपको अपना फ़ोकस एकदम क्लियर रखना ही चाहिए। इसका मतलब ये हैं कि आप जिस काम के लिए आये हो, जिसमें आपका इंटरेस्ट हैं वही काम करें।

उस काम में अपना 100% दे तो आप ज़रूर सफ़ल हो सकते हो, ज़्यादातर लोग यहाँ आते हैं और हर चीज़ को करने की कोशिश करते हैं जैसे – अगर एक शख़्स एक्टर बनने आया हैं तो एक्टर बनने में ही पूरा ध्यान लगाना चाहिए।

हा ये बात सही हैं कि यही एक फ़ील्ड हैं जहाँ आप अगर एक बार हिट हो जाते हो किसी भी काम में तो आसानी से दूसरे काम को भी कर सकते हो। आज आप देख सकते हो, एक सफ़ल एक्टर बनने के बाद वो डायरेक्टर, राइटर, प्रोड्यूसर सब बन जाते हैं।

उदाहरण के लिए बहुत से लोग हैं आप अजय देवगन को ले सकते हो, पहले वो एक एक्टर बने और आज वो डायरेक्टर, राइटर और प्रोड्यूसर भी हैं। मतलब पहले आपको किसी एक काम मे सफ़ल होना पड़ेगा।

05. समय के साथ टारगेट को फिक्स करें

जब आप किसी भी काम को शुरू करते हों तो दो तरह से करते हो, एक आप रोज काम कर रहे हो और पांच साल बाद भी वही हो जहाँ आप पांच साल पहले थे। दूसरा तरीक़ा होता हैं आप अपना टारगेट फिक्स करते हो।

जैसे आप हर दिन , सप्ताह , महीने और साल के हिसाब से अपना काम करने का टारगेट बनाते हो तो आप ज़्यादा सफ़ल होते हो। क्योंकि रास्ते तो कभी ख़त्म नही होते हैं आपको कहाँ पहुचना हैं वो आपको पहले डिसाइड करना होता हैं।

ट्विटर ( एक्स) के मालिक एलोन मस्क ने कहा था कि आप अगले 10 सालों बाद जहाँ पहुचना चाहते हो, उसका टारगेट फिक्स करो और  कोशिश करो कि आप उस टारगेट को दो सालों ने कैसे पूरा कर सकते हो।

इससे आपके काम करने की क्षमता बढ़ती हैं और आपकी सफ़लता का चांस बहुत ज़्यादा होता हैं। अन्यथा बहुत लोग पुरो ज़िन्दगी एक्टिंग करते हैं, सिंगिंग करते हैं लेक़िन न ही उनको कोई जानता हैं और न ही उनकी आर्थिक स्थिति ही ठीक होती हैं।

इसका सबसे बड़ा कारण यही होता हैं कि आपका टारगेट क्या हैं और कबतक वहाँ आप पहुँचना चाहते हो। नही तो 60 साल की उम्र में आपको सबकुछ मिल ही जाए तो उसका क्या मतलब।

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