लगभग दो सालों से कोविड 19 के कारण बॉलीवुड की रफ्तार धीमी पड़ गयी हैं। जबसे देश मे लॉकडाउन की घोषणा की गई तबसे ही बॉलीवुड के सारे काम ठप से पड़ गया था। जो वर्कर हैं उनके लिए भी काफ़ी मुश्किल हो रहा था सर्वाइव करना।
लेक़िन अब एक बार फिर से बॉलीवुड की रफ़्तार बढ़ेगी क्योंकि अब महाराष्ट्र सरकार ने घोषणा किया हैं कि अगले महीने 22 अक्टूबर से महाराष्ट्र में सारे सिनेमा हॉल और थिएटर को फिर से ओपन किया जाएगा।
थिएटर और मॉल बंद होने के कारण बड़े बड़े स्टार की फिल्में अभी तक बन के पड़ी हैं और उसे रिलीज़ नही किया जा रहा हैं। जिसके कारण बॉलीवुड को काफ़ी नुकसान भी उठाना पड़ रहा हैं। हालांकि कुछ बड़ी फिल्में OTT प्लेटफार्म पे रिलीज़ की गई।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के मीटिंग के बाद घोषणा
स्कूल, मंदिर, को खोलने के बाद अब सरकार महाराष्ट्र में एक बहुत ही अहम फैसला किया हैं जिसके अंतर्गत 22 अक्टूबर से सिनेमा हॉल, और थिएटर को फ़िर से ओपन करने का निर्णय लिया गया हैं।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के निवास स्थान वर्षा में शनिवार की सिनेमा मलिकों, नाटक के निर्माताओं, और डायरेक्टर के साथ मीटिंग किया और उसके बाद इसको 22 अक्टूबर से ओपन करने का अहम फ़ैसला किया गया हैं।
साथ ही ये भी कहा गया हैं कि जितने भी सिनेमा हॉल और थिएटर हैं उनको कोरोना के नियमों का पालन करना आवश्यक होगा। तभी ओपन करने की अनुमति दी गयी हैं। लगभग पिछले 18 महीनों से थिएटर और सिनेमा हॉल बंद पड़े थे।
सरकार के इस फ़ैसले से फ़िल्म इंडस्ट्री को आर्थिक गति मिलेगी
देश के दूसरे राज्यों में सिनेमा हॉल और थिएटर पहले से ही ओपन कर दिए गए हैं जिसको देखते हुए महाराष्ट्र के सिनेमाघरों के मालिकों के कब से ये माँग थी कि महाराष्ट्र में भी ओपन करने की अनुमति दी जाए।
कोरोना की रफ़्तार धीमी पड़ने के बाद से दिल्ली, उत्तरप्रदेश जैसे कई राज्यों में पहले ही सबकुछ ओपन कर दिया गया हैं। जिसको देखते हुए इस मांग को सरकार ने मान लिया हैं।
फ़िल्म इंडस्ट्री को मुम्बई से सबसे ज़्यादा आय होती हैं और मुम्बई में हॉल बंद होने के कारण बॉलीवड को काफ़ी नुकसान उठाना पड़ रहा था। इससे सरकार को टैक्स के माध्यम से काफ़ी बड़ा रकम राजस्व के रूप में मिलता था।
इन सारी बातों को ध्यान में रखते हुए और सिनेमाघरों के मालिकों की मांग को देखते हुए सरकार ने इसे ओपन करने का बड़ा फैसला किया हैं। इससे अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी।
वर्करों की स्थिति का रखा गया ख़याल
लगभग डेढ़ सालों से काम न होने के कारण फ़िल्म वर्कर्स की स्थिति काफ़ी दयनीय हो गयी थी। लोगों का जीना मुश्किल हो गया था। केवर फ़िल्म वर्कर्स ही नही सिनेमा घरों में काम करने वाले लोग, कलाकर, और मालिक सबकी हालत बहुत ही नाज़ुक हो गयी थी।
हालांकि सरकार ने शूटिंग करने की अनुमति तो पहले ही दे दी थी लेक़िन उससे कोई फायदा नही था। इन काम करने वालों का कहना था कि शूटिंग के क्या फ़ायदा जब हॉल खुले ही नही हैं। इन्ही सभी बातों पे गौर करने के बाद सरकार ने ये फैसला किया हैं।
बॉलीवुड लवर्स ने किया फ़ैसले का स्वागत
अब जबकि थेटर्स ओपन करने की बात सरकार के द्वारा मान लिया गया हैं तो इस फ़ैसले का बॉलीवुड लवर्स, वर्कर्स, सभी ने स्वागत किया हैं। इस फ़ैसले से बहुत लोगों को फ़ायदा होगा जिनका घर इसी से चलता हैं।
इनका ही नही एक्टर्स, फ़िल्म मेकर्स और इससे जुड़े सभी को बेनिफिट होगा। अब जो फिल्में थिएटर ओपन न होने के कारण रिलीज़ नही हो पा रही थी अब उन फिल्मों को रीलीज़ किया जाएगा। जिससे बॉलीवुड की रफ़्तार एक बार फ़िर से तेज़ होने की उम्मीद हैं।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर ये एक स्वागत योग्य फैसला हैं इससे बहुत सारे परिवार जो बॉलीवुड पे ही आश्रित हैं उनके लिए बहुत ही ख़ुशी की बात हैं। और सरकार को भी राजस्व के रूप में अच्छी कमाई होगी।
आप क्या इस फ़ैसले से खुश हैं आपको क्या लगता हैं ये फ़ैसला सही हैं ? अपनी राय कमेंट करके ज़रूर बताये।
धन्यवाद