अक्षय कुमार एक ऐसे एक्टर हैं जो हमेशा अपने रूल रेगुलेशन को लेकर जाने जाते हैं वो हमेशा समय पर सोना और समय पर उठ जाते हैं चाहे कितना भी कोई काम क्यों न हो। उनके इस आदत के बारे में पूरी इंडस्ट्री को पता हैं।
अक्षय कुमार एक ऐसे एक्टर हैं जो हमेशा बिजी रहते हैं वो साल में चार से पांच फ़िल्म तक कर डालते हैं अब इसी को लेकर कई लोग सवाल उठा रहे हैं । अभी उनकी एक के बाद एक लगातार नौ फिल्में लाइन से फ़्लॉप हो गई हैं। अगर हम रोहित शेट्टी की सूर्यवंशी को छोड़ दे तो उनकी सारी फिल्में बॉक्सऑफिस पर कुछ खास कमाल नही कर पाई हैं
लगातार नौ फिल्में हुई फ़्लॉप
अभी ऐसी महीने उनकी एक बॉयोपिक फ़िल्म सरफिरा जिसे सुधा कोंगरा ने डायरेक्ट किया हैं बुरी तरह बॉक्सऑफिस पर फ़्लॉप हो गई हैं। बताया जाता हैं कि इस फ़िल्म का बजट 100 करोड़ रुपया हैं और फ़िल्म अभी तक वर्ल्डवाइड मात्र 31 करोड़ की कमाई कर पाई हैं।
अब फ़िल्म बॉक्सऑफिस पर अंतिम सांसे गिन रही हैं पिछले सोमवार को फ़िल्म ने केवल 25 लाख का और मंगलवार को 35 लाख का कलेक्शन किया हैं। इस लिहाज़ ये बहुत ही मुश्किल हैं कि फ़िल्म अपना लगता भी निकाल पाएगी।
Bad News ने बॉक्सऑफिस पर किया धमाल
वही इससे पहले मेगा बजट फ़िल्म बड़े मियां छोटे मियां रिलीज़ हुई थी जिसका बजट काफ़ी ज़्यादा थी बताया गया था कि फ़िल्म का बजट 250 करोड़ थी। फ़िल्म में अक्षय कुमार टाइगर श्रॉफ के साथ साउथ के भी बड़े स्टार शामिल थे। इसके बाबजूद फ़िल्म पिट गई थी।
इसी सब को देखते हुए पब्लिक और बॉलीवुड के कुछ लोग ये कह रहे हैं कि उनको साल में एक ही फ़िल्म करनी चाहिए और पूरी तरह से उसपर ही फ़ोकस करना चाहिए। जिसको लेकर अब अक्षय कुमार ने अपनी चुपी तोड़ी हैं।
अक्षय कुमार ने दिया ज़बाब
अक्षय कुमार ने एक इंटरव्यू में इस सवाल का ज़बाब देते हुए कहा हैं कि चलो में साल में एक ही फ़िल्म करता हु लेक़िन बाकी समय क्या करूँगा, क्या तुम्हारे घर आउ क्या ? अक्षय का कहना था कि मैं खाली नही बैठ सकता।
उन्होंने आगे कहा कि वो लोग काफ़ी लकी हैं जिनके पास काम हैं वर्ना यहाँ लोगों को काम नही मिलता हैं और लोग घर बैठ जाते हैं। मतलब कि वो अपने आप को लकी बता रहे थे कि उनके पास इतना सारा काम हैं।
आगे फ़िल्म को लेकर एक्टर ने कहा
अक्की ने कुछ दिन पहले ही सरफिरा के फ़्लॉप का तमगा लगने पर कहा था कि काफ़ी दुख होता हैं जब फ़िल्म पिट जाती हैं उन्होंने आगे कहा कि वो आगे से बहुत ही सोच समझ कर किसी भी प्रोजेक्ट का चुनाव करेंगे।
एक बार उन्होंने कहा था कि आज भगवान के दिया हुआ सबकुछ हैं मेरे पास, मैं चाहु तो घर पे बैठ कर खा सकता हु। लेक़िन फ़िर क्या होगा। ज़िन्दगी तबतक हैं जब आपके पास कल कुछ करने के लिए हैं जब आपके पास कुछ करने के लिए नही बचता हैं तो आप समझो आप ख़त्म।
एक कहावत हैं बहता पानी पानी रहता हैं और जब रुक जाता हैं तो वो सड़ जाता हैं। उनका कहने का यही मतलब था। वैसे देखा जाए तो ये बात भी बिल्कुल सही हैं।
निष्कर्ष
अक्षय कुमार ने उनलोगों को अपना ज़बाब दे दिया हैं कि वो रुकने वाले नही हैं जबतक उन्हें काम मिलता हैं तबतक वो काम ज़रूर करेंगें। हालांकि उन्होंने कहा कि अब आगे से वो काफ़ी सोच समझ कर कोई भी फ़िल्म करेंगे।